कोलोरेक्टल कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें बृहदान्त्र या मलाशय में कोशिकाएं नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। इसे कोलन कैंसर कहा जाता है। कोलन बड़ी आंत है. मलाशय वह मार्ग है जो बृहदान्त्र को गुदा से जोड़ता है। दुनिया भर में कोलन कैंसर कैंसर से संबंधित मौतों का दूसरा प्रमुख कारण है। एक रिपोर्ट अनुसार कोलोरेक्टल कैंसर के 1.9 मिलियन से अधिक नए मामले और कोलोरेक्टल कैंसर से 930,000 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं। कोलन कैंसर अमेरिका और इंग्लैंड में तीसरा सबसे आम कैंसर है। इंग्लैंड की बात करें तो यहां एक साल में 50 हजार मामले सामने आते हैंl भारत में पिछ्ले पांच सालमे क कोलन कैंसर के मामले बहुत बढ रहे है। ज्यादातर मामलों में जब मरीज डॉक्टर के पास पहुंचता है तो उसकी हालत गंभीर होती है। यह कैंसर के अंतिम चरण में होता है। इसके बाद ऑपरेशन के अलावा कोई चारा नहीं होता हैl
कोलन कैंसर लक्षण(Symptoms Of Colon Cancer)
- आंत्र की आदतों में परिवर्तन, जैसे अधिक बार दस्त या कब्ज।
- मलाशय से रक्तस्राव या मल में खून आना।
- पेट क्षेत्र में लगातार असुविधा, जैसे ऐंठन, गैस या दर्द।
- ऐसा महसूस होना कि मल त्याग के दौरान आंत पूरी तरह से खाली नहीं होती है।
- कमजोरी या थकान
- बार-बार उल्टी आना, जी मिचलाना
- आहार या व्यायाम में कोई बदलाव किए बिना अचानक वजन कम होना
कोलन कैंसर कारण(Causes Of Colon Cancer)
ऐसा माना जाता है कि कोलन कैंसर के अधिकांश मामले आनुवंशिक होते हैं। इसके अलावा, तेजी से बढ़ता मोटापा, अधिक मांस का सेवन, धूम्रपान और शराब के अधिक प्रभाव, अधिक चीनी का सेवन और आंत की बदलती आदतें भी कोलन कैंसर की घटनाओं को बढ़ा सकती हैं।
- जंक और फास्ट फूड
- नियमित व्यायाम न करना
- मांसाहारियों की संख्या बढ़ी है।
- मटन, पोर्क और प्रोसेस्ड मीट जैसे रेड मीट कैंसरकारी होते हैं। इसमें ऊतक को कैंसरयुक्त ऊतक में बदलने की शक्ति होती है।
भारतीय उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद जैसे पनीर, मक्खन, बर्गर और पिज्जा में भारी क्रीम खाने के आदी हो गए हैं। इन सभी को दैनिक आहार में शामिल किया गया। इससे कब्ज और पेट संबंधी अन्य समस्याएं भी होती हैं। अगर सही समय पर इलाज न किया जाए तो कैंसर विकसित हो सकता है।
कोलन कैंसर उपचार(Treatment of Colon Cancer)
कोलन कैंसर दो तरह का होता है, एक बायीं तरफ और दूसरा दायीं तरफ। बाएं तरफ के कैंसर के लक्षणों में पेट में दर्द और मलाशय से रक्तस्राव शामिल हो सकता है। यह कैंसर आंत में एक ट्यूमर से शुरू होता है और अगर इस ट्यूमर का जल्दी पता चल जाए तो इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है।कोलन कैंसर के लक्षण चरण 3 और 4 में अधिक प्रमुख होते हैं।कोलन कैंसर का उपचार कुछ कारकों पर निर्भर करता है जैसे कि कैंसर की अवस्था, कैंसर का स्थान, गंभीरता, रोगी की स्वास्थ्य स्थिति, अन्य स्वास्थ्य जोखिम और जटिलताएँ। कैंसर का इलाज आमतौर पर ऊतक को हटाने के लिए सर्जरी से किया जाता है। पॉलीपेक्टॉमी एंडोस्कोपिक रिसेक्शन न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी या लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से इलाज किया जा सकता है l डॉक्टरकी सलाह से कैंसर ठीक हो सकता है, इसलिये लक्षण दिखते ही इलाज करना उचित है l
कौन सी कमी के कारण बाल झड़ते हैं(Which Deficiency Causes Hair Fall)?
प्रतिदिन 50 से 100 बाल झड़ना सामान्य माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बाल विकास चक्र के अनुसार वही बाल लगभग 100 दिनों के बाद वापस उग आते हैं। तो एक सामान्य व्यक्ति के सिर पर हमेशा लगभग 100,000 बाल होते हैं। उम्र के साथ व्यक्ति के बाल पतले हो जाते हैं। वजन कम करने के लिए असंतुलित आहार, गर्भावस्था, प्रसव या रजोनिवृत्ति के कारण हार्मोनल परिवर्तन या असंतुलन के कारण अस्थायी रूप से बाल झड़ सकते हैं। बालों का बढ़ना शरीर में कई हार्मोनों के स्तर पर निर्भर करता है। थायराइड, टेस्टोस्टेरोन, एस्ट्रोजन इसके कुछ महत्वपूर्ण घटक हैं।
स्वस्थ बालों को बाहरी उपचार के साथ-साथ आंतरिक पोषण भी जरुरी होता है। बालों पर केवल तेल और शाम्पू लगाना ही स्वस्थ बालों के लिए पर्याप्त नहीं है। संतुलित आहार हमारे बालों और शरीर के स्वास्थ्य को ठीक रखने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। दरअसल, हम जो खाते हैं वह हमारे बालों से लेकर शरीर के अंगों तक हर चीज को पोषण देता है। लेकिन, उम्र के साथ-साथ त्वचा और बालों की समस्याएं भी होने लगती हैं। अगर बुढ़ापे में भी अपने बालों और त्वचा को स्वस्थ रखना चाहते हैं विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनिजों की , प्रोटीन पर ध्यान दें। क्योंकी इसकी कमी से बाल झड सकते हैl
- बी 12 – बी 12 स्वस्थ रक्त प्रवाह और लाल रक्त कोशिकाओं की प्रचुरता को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं l शाकाहारियों में विटामिन बी12 की कमी होती है। विटामिन बी12 आपके बालों के लिए आवश्यक है।
- विटामिन डी- विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है। लेकीन इसके अलावा यह त्वचा और बालों के लिए भी जरूरी है। भारत में महिलाओं में विटामिन डी की कमी सामान्य रूप से पाई जाती है।
- आयरन- यह शरीर में हीमोग्लोबिन का उत्पादन करता है, आयरन की वजह से त्वचा कोशिकाओं की बेहतर मरम्मत होती हैl और खोपड़ी की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाता है। इसलिये आयरन कमी नही होनी चाहियेl
- झिंक -झिंक हमारे शरीर के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। झिंक आपके बालों को घना और लंबा बनाता है। इसके अलावा यह नए बालों के विकास में भी मदद करता है। झिंक के स्तर को बनाए रखने से बालों के पतले होने का खतरा कम हो सकता हैl
- ओमेगा 3 फैटी एसिड्स – ओमेगा 3 आपके स्कैल्प को स्वस्थ रखता है। अगर सिर की त्वचा रूखी और अस्वस्थ है तो बाल झड़ सकते हैं इसलिए अपने आहार में ओमेगा 3 शामिल करेंl
इसके अलावा विटामिन ई, बायोटीन, अमिनो अॅसिड, प्रोटीन की कमी हो तो भी बाल झडने का खत्र रहता है l आमतौर पर बालोका झडना बडी समस्या नही जाती है l लेकीन अगर यह समस्या बढ जाये तो इसपर इलाज करना महत्वपूर्ण होता है l अगर किसी कारण से बाल अधिक मात्र मे झडते है तो डॉक्टर से सही समय पर इलाज करवाये l