ऐसे माना जाता है की कोलन कैंसर( Colon Cancer ) आमतौर पर बुजुर्गों में होता है लेकिन आजकाल यह युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है l कोलोन याने बृहतआंत यानी बड़ी आंत . यह मलाशय में खुलता है l अधिकांश कोलोन कैंसर छोटे छोटी सूजन से शुरू होते हैं l इसे पॉलिप्स (polyps) कहते है l पॉलिप्स कोशिकाओं का एक समूह होता हैं l ये पॉलिप्स नॉन-कैंसरस होते हैं लेकिन समय के साथ, इनमें से कुछ पॉलीप्स कैंसर में विकसित हो सकते हैंl जो चिंता का विषय बन जाता है l अगर ध्यान ना दिया जाये तो यह कैंसर पहले बड़ी आंत की दीवार में, फिर आसपास के लिंफ नोड्स के साथ रेक्टम(Rectum) में फैल जाता हैl आगे बढकर यह पूरे शरीर में भी फैल जाता हैl
कोलन कैंसर ( Colon Cancer )युवा पीढ़ी में तेजी से बढ़ जाने के पीछे कई कारण हैं।
१. खाद्य पदार्थों में बदलती आहार और जीवनशैली। युवाओं में तेज़ फ़ूड, प्रोसेस्ड खाने(Processed Food), बाहर का खाना, मिठाई, चिप्स, सोडा, तली हुई चीज़ें आदि का सेवन बढ़ रहा है। इन आहारिक अभावों के कारण वजन बढ़ना, बाहरी वसा की मात्रा बढ़ना और पाचन प्रणाली को प्रभावित करना जैसे कारकों का असामान्य उपयोग कर देते हैं।
२. युवा पीढ़ी में बढ़ती तंबाकू और धूम्रपान का सेवन । इसी के साथ युवाओं के बीच सिगरेट, हुक्का, गुटखा, खैनी आदि का सेवन बढ़ रहा है, इसी वजह से कोलन कैंसर के जोखिम भी बढ़ा सकता है।
३. नियमित शारीरिक गतिविधि का अभाव। फलों और सब्जियों में कम आहार। फाइबर में कम आहार और मांस का उच्च आहार मी सेवन करना । बढता वजन और मोटापा। युवाओं में बढ़ती जागरूकता और स्क्रीनिंग कैंपेन के प्रभाव से कोलन कैंसर ( Colon Cancer )के मामले पहचाने जा रहे हैं, जिसके कारण उच्च दर में वृद्धि हो रही है।
युवाओं में कोलन कैंसर ( Colon Cancer )के बढ़ते मामलों के लिए इन कारकों का ध्यान देना महत्वपूर्ण है। यह बीमारी जीवनशैली में सुधार करके, स्क्रीनिंग के लिए नियमित जांच करवाकर और नियमित शारीरिक गतिविधि करके प्रभावी तरीके से प्रबंधित की जा सकती है। कोलन कैंसर का इलाज संभव है लेकिन समय पर निदान न होने के कारण यह कैंसर दुनिया भर में लाखों लोगों की जान लेता है। अगर आपको पेट में दर्द, बवासीर, मल में खून या कब्ज की समस्या है, तो ये कोलन कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। अगर आपके शरीर में ये लक्षण हैं तो तुरंत इलाज कराएं और विशेषज्ञ डॉ सुमित शाह से सलाह लेंl
डॉ. सुमित शाह
डॉ सुमित शाह प्रोलाइफ कैंसर सेंटर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (Prolife Cancer Centre & Research Institute )के संस्थापक हैं। इस सेंटर में एक ही छत के नीचे कैंसर का सभी आधुनिक इलाज किया जाता है।डॉ. शाह पुणे के कुछ ऑन्कोलॉजिस्ट में से एक हैं। जिनके पास सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में यह मान्यता प्राप्त डिग्री है। वह एक मुख्य सलाहकार, सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और लैप्रोस्कोपिक हैं
सर्जन (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और लैप्रोस्कोपिक सर्जन) हैं। उन्होंने कैंसर सेंटर वेलफेयर होम से सुपर स्पेशलिटी का कोर्स किया है।डॉ. सुमित शाह ने 20000 से अधिक कैंसर रोगियों का इलाज किया है। उन्हें बेस्ट आउटगोइंग कैंसर सर्जन के रूप में सम्मानित किया गया है।
डॉ सुमित शाह शिक्षा : डीएनबी (जनरल सर्जरी), डीएनबी (सर्जिकल ऑन्कोलॉजी) लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी में फैलोशिप।